खेलो इंडिया यूथ गैम्स के मैडल विजेता का घर पहुंचने पर विजयी यात्रा के साथ भव्य स्वागत

- खिलाड़ी के साथ देश- प्रदेश व माँ-बाप का नाम भी जीतता है - मामनचंद

- ग्रमीण क्षेत्रों में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, बस निखारने वाला होना चाहिए - वाइस चेयरमैन

वैन (भिवानी ब्यूरो - हरियाणा) :: गत दिनों आसम के गुहावटी में आयोजित नेशनल खेलो इंडिया यूथ गैम्स में सिल्वर मेडल विजेता का गांव पहुुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। गुहावटी में तिरंगा लहराने वाले विजेता खिलाडी श्रींकात पहलवान ने 55किलोग्राम भारवर्ग की कुश्ती प्रतियोगिता में अपने प्रतिद्वधि को कडी पटखनी देते हुए सिल्वर मेडल पर कब्जा किया था। गांव नौंरगाबाद में पहुचने पर श्रींकात पहलवान के सम्मान में भव्य विजयी यात्रा निकाली गई और पूरा गांव वदें मातर्म व भारत माता की जय के नारों से गुंज उठा। रामपाल प्रजापति के छोटे बेटे श्रीकांत पहलवान की इस उपल्बिध से गांव अपने आप को गोंरवित महसुस कर रहा था। सम्मान समारोह में मुख्यअतिथि के रूप में पहुंचे नगर परिषद के वाइस चेयरमैन मामनचंद ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। श्रीकांत ने अपने साथ-साथ गांव का ही नहीं देश व प्रदेश का नाम रोशन किया है। गरीबी के परिवेश में खिलाडी ने अपनी प्रतिभा को खुलकर सामने लाया है और परिणाम हम सबके सामने है। उपचेयरमैन ने समारोह में उपस्थित खिलाडी व युवाओं से आह्वान किया कि या तो 'पढ़ो या फिर लड़ोÓ। क्षेत्र कोई भी चुनों बस हौसले बुलंद हो और लक्ष्य सामने रखकर जुट जाओं। अन्य किसी भी प्रकार की कमी या कठनाई आढे आती है तो हम उसके साथ। किसी भी परिस्थिति में किसी की प्रतिभा को दम नहीं तोडने दिया जाएगा। श्री मामन चंद ने श्रीकंात पहलवान व ग्रामीणों से कहा कि वह आपकी सेवा में हर समय तैयार हैं जब भी जहां भी जरूरत हो वो हाजीर मिलेंगे।

श्रीकांत के कोच भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि ग्रामीण ने बहुत ही होनहार खिलाडी प्रदेश को दिया जिसके लिए आप सबका धन्यवाद। श्रीकांत में प्रतिभा बहुत है, यह मामूली सी चूक के कारण स्वर्ण पदक की जगह सिल्वर लाया है। इससे पहले भी अपका यह खिलाडी बैंकाक(थाईलैंड) में आयोजित एशियन कैडेट कुश्ती चैंपियनशिप में भी कांस्य पदक जीतकर अपने देश और गांव का नाम रोशन कर चुका है। कोच भूपेन्द्र ने कहा कि श्रीकंात के नेशनल में दो मेडल हो चुकें हे और राज्य स्तर पर तो अनेकों है। अब हम मेहनत कर रहें है ओंलपिक और कोमनवेल्थ के लिए। मुझे इसकी मेहनत पर पूरा पूरा भरोसा है कि यह ओलंपिक में स्र्वण पदक लेके आएगा और हम सबका नाम रोशन करेगा।

प्रजापति हिरोज के सह संथापक रमेश टांक, धर्मबीर ठेकेदार, डॉ. रतन तंवर, प्रवीण खरोलिया व राजू खरोलिया(आर्य ड्रग्स एण्ड स्पलीमेंट, भिवानी), रामचन्द्र प्रजापति, राजपाल सिंह, राधेश्याम, मंनजीत सिंह आदि ने भी मंच से उपस्थित लोगों को संबोधिकत करते हुए खिलाडी सहित परिवार व ग्रामीणों को बधाई दी व श्रीकांत पहलवान को भविष्य में भी हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया। रामपाल प्रजापति, रामनिवास सिंह, डॉ. भूलन प्रजपति, सुरेश कोच, सुबे सिंह, भूपसिंह प्रजापित ने कोच व मुख्यअतिथियों को स्मृति चिंन्ह भेंट करके सम्मानित किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे नसीब संरपच ने भी भिवानी से पहुंचे अतिथियों का धन्यवाद किया और श्रींकात के परिवार को हर सहायता का भरोसा दिया। इस अवसर पर सत्यजीवन तंवर(केएमटी मसाले), हरिओम प्रजापित, महावीर सिंह, रविन्द्र, दीपक, राहुल सिंहमार, गोंविदा, हरकेश(फौजी), अमित, सतीश, राकेश तंवर, फूलू सिंहमार, सचिन सहित सैंकड़ो ग्रामीण व खेलप्रेमी उपस्थित थे।

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