एशियन कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली नेहा शर्मा का गृह-नगर में भव्य स्वागत

वैन (हरियाणा, भिवानी - खेल डेस्क - 13.09.2022) :: आज बेटियां हर क्षेत्र में समाज व देश का नाम रोशन कर रही है। बेटियों ने शिक्षा के साथ-साथ खेल के क्षेत्र में भी अपनी अलग पहचान बनाकर यह साबित कर दिया है कि बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से कम नही है। यह बात परिवर्तन मंच के चेयरमैन मास्टर सतबीर रतेरा ने एशियन कुराश चैंपियनशिप में कांस्य पदक लेकर लौटी गांव सिवाड़ा की बेटी नेहा शर्मा को सम्मानित करते हुए कही। बता दे कि बीते दिनों चैनबुरी थाईलैंड में एशियन कुराश चैंपियन का आयोजन करवाया गया था। इस चैंपियनशिप में गांव सिवाड़ा की बेटी नेहा शर्मा ने कांस्य पदक हासिल किया, जिसका गांव पहुंचने पर ग्रामीणों एवं अन्य खेल प्रेमियों ने भव्य स्वागत किया तथा उसके सम्मान में समारोह का आयोजन किया। सम्मान समारोह में बतौर मुख्यअतिथि परिवर्तन मंच के चेयरमैन मास्टर सतबीर रतेरा ने शिरकत की। समारोह को संबोधित करते हुए मास्टर सतबीर रतेरा ने कहा कि कुराश खेल कुछ हद तक पहलवानी की तरह ही है, लेकिन दोनों खेलों के नियम अलग है। कुराश उज्बेकिस्तान की पारंपरिक मार्शल आर्ट की शैली है। कुराश खेल भी कुश्ती की तरह ताकत व संयम का खेल है, जिसमें खिलाड़ी को अपने शारीरिक के साथ मानसिक क्षमता का भी पूरी तरह से उपयोग करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि बेटी नेहा शर्मा एक होनहार खिलाड़ी है तथा ऐसे खिलाडिय़ों की देश को जरूरत है। रतेरा ने कहा कि उनका प्रयास रहता है कि आर्थिक अभाव में कोई भी बेहतरीन खिलाड़ी सुविधाओं से वंचित ना रहे। इसीलिए वे प्रत्येक खिलाड़ी के उत्साहवर्धन के लिए हमेशा तैयार रहते है। इस अवसर पर अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

Responses

Leave your comment