ऑनलाइन धोखाधड़ी में विदेशियों से 3 करोड़ की लूट करने वाले 12 वीं पास चढ़े पुलिस के हत्थे

- फर्जी कॉल सेंटर को किया भंडाफोड

- दो लोगों को किया अरेस्ट

- विदेशी लोगों को बनाते थे शिकार

- सिस्टम को हैक कर, उसको ठीक करने के नाम पर ऐंठते थे मोटी रकम

- अब तक 3 करोड रूपये का लगाया विदेशियों को चुना

- गिरफ्तार अमित चौहान और सुमित दोनों जींद, हरियाणा के रहने वाले

- 12वीं पास ये युवक विदेशियों को टैकनोलॉजी कंपनी के नाम पर ठंगते थे

- माईक्रोसॉफ्ट कंपनी के नाम पर भी लेते थे फीस

- टैकनोलॉजी कंपनी में 40 से 50 लोग करते थे काम

- 3 बैंक अकाउट सील

वैन (सूरज दुहन - गुरुग्राम, हरियाणा) :: गुरूग्राम पुलिस ने विदेशी फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड करते हुए दो लोगों को अरेस्ट किया है जो विदेशी सिस्टम को हैक कर उन्हे ऑनलाईन ठीक करने के नाम पर मोटी रकम ऐंठते थे। हैरानी की बात यह है पुलिस गिरफ्त में आये ये दोनों युवक मात्र 12वीं पास हैं जो अब तक 3 करोड़ से ज्यादा की रकम ऐंठ चुके हैं।

गुरूग्राम पुलिस ने एक कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया है जो विदेशों में बैठे लोगों के सिस्टम को हैक करते थे और फिर उन्हे ठीक करने के नाम पर भारी भरकम फीस वसूलते थे। दरसहल गुरूग्राम पुलिस ने उद्योग विहार एरिया में चल रहे एक ऐसे ही कॉल सेंटर में छापेमारी की जो रात के समय चलता था। टैकनोलॉजी कंपनी के नाम से एक कॉल सेंटर गुरूग्राम के उद्योग विहार में चल रहा था जिसमें करीब 50 लोग काम करते थे और अब तक 3 करोड़ रूपये से ज्यादा की रकम ऐठ चुके हैं। गुरूग्राम पुलिस की मानें तो ये लोग पहले विदेशों में बैठे लोगों के सिस्टम को हैक करते थे और फिर एक लिंक भेजते थे जिसपर इनके कॉल सेंटर का नंबर होता था और जिसके बाद वो लोग इनसे संपर्क करते। फिर सिस्टम को ठीक करने के नाम पर विदेशी मुद्राओं में मोटी रकम अपने अकाउट्स में ट्रांसफर करवा लेते थे।

आरोपियों के कब्जे से गुरूग्राम पुलिस को कुछ लैपटॉप बरामद हुए हैं जिसमें काफी अहम जानकारी जांच टीम के हाथ लगी है। ये लोग इतने शातिर थे कि माईक्रोसॉफ्ट और गुगल कंपनी के लिंक भेजकर भी लोगों से पैसे ठगते थे। हैरानी की बात ये है कि इस कंपनी और फर्जी कॉल सेंटर को चलाने वाले ये दोनो ही आरोपी मात्र 12 वीं पास हैं, लेकिन इसके बाद भी आसानी से विदेशों में बैठे लोगों को चंद मिनटों में चपत लगा देते थे। ये दोनों साल 2019 से लगातार इस काम में लगे हुए हैं। सबसे पहले ये ऐसे पढ़े-लिखे बेरोजगार युवाओं को अपने इस ऑनलाईन क्राईमें के लिए चुनते थे जो इस काम में माहिर हों लेकिन बेरोजगार हों। उसके बाद जब भारत में लोग सो रहे होते थे तो ये ऐसे देश को चुनते थे जहां दिन हो और लोग ऑनलाईन अपना काम कर रहे हों। इसके बाद शुरू होता था इन ऑनलाईन लूट का काम। सिस्टम हैक कर तुरंत उस पर एक लिंक और टोल फ्री नंबर भेजते थे, जिसपर संपर्क करने के पेड सर्विस के नाम पर मोटी रकम लेते थे।

बहराल गुरूग्राम पुलिस ने आरोपियों के उन तीन बैक एकाउंट्स को सील करवा दिया है जिनमें अभी 3 करोड रूपये विदेशी मुद्राओ में आए हैं। फिलहाल पुलिस जांच कर रही है कि अब तक ये अपराधी कितने लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं और किन-किन देशों के पढ़े-लिखे लोग इन अनपढ़ों की ठगी के शिकार हो चुके हैं।

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