अनोखी शादी में लड़कियां घोड़े पर; शादी से पहले निकाला बनवारा

वैन (भिवानी - हरियाणा ब्यूरो) :: कहा और सुना जाता है कि "म्हारा देस हरियाणा - जित दूध दही का खाना", जी हाँ; हरियाणे के लोग अपने हरियाणा का बखान कुछ इन्ही शब्दों में करते हैं। वैश्विक पटल पर भी अक्सर देखा जाता है कि चाहे मैदान खेल का हो या कोई और हरियाणा के नौजवान सबसे आगे अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हैं। उसी हरियाणा के मशहूर शहर भिवानी की लड़कियों ने आज जब कुछ अलग करने और लड़कों के साथ कंधे से कन्धा मिला कर खड़े होने की ठान ली तो नजारा कुछ ऐसा था जो आपको फोटो में दिखाई दे रहा है।

भिवानी में आज कंचन व मोनिका ने अपनी शादी में घोड़ी पर बनवारा निकालकर एक नई पहल की शुरुआत की है। आपको बता दें कि दो लड़कियों की शादी कल होने वाली है। हिन्दू रीती-रिवाज के अनुसार लड़की दो-तीन पहले बान बैठता है। दहेज प्रथा व कन्या भ्रूण हत्या जैसी कुरीतियों को छोड़कर "बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ" का संदेश देते हुए दोनों बेटियों ने घोड़े पर बैठकर बान निकाला। दुल्हन समेत परिवार के लोग शहर में डीजे के गानों पर महिलायें बच्चे व पुरुष थिरकते नजर आये।

बताते चलें कि अक्सर इस तरह के बनवारा या निकासी लड़कों की शादी में निकाला जाता है। इसको देखकर चौंकिए मत क्योकि आज लड़कियां भी लड़कों से पीछे नहीं हैं। लड़की के परिवार वालों की सोच सबसे अलग है। ये सोच समाज को एक नई दिशा देगी। इस तरह की पहल करने वाला ये परिवार भिवानी का पहला परिवार है। ऐसा पहली बार हुआ जब किसी दुल्हन ने घोड़े पर अपना बनवारा निकाला है। इस तरह की शादी में पूरे शहर के लोग शामिल हुए। इस तरह की शिक्षा से ही समाज की रुढ़ियों को खत्म किया जा सकता है।

मोनिका व कंचन ने बताया कि आज हमारा बनवारा निकाल रहे है। हमें बेहद ख़ुशी हो रही है। कल हमारी दोनों की शादी है। हमारे परिवार ने शुरू से ही हमें लड़को की तरह रखा है। किसी तरह की कोई प्रतिबंध नहीं था। लड़कियां भी लड़को से पीछे नहीं है। वही दुल्हन की भाभी व अन्य लोगो ने बताया कि हमारा परिवार सबसे अलग विचारधारा वाला परिवार है। लड़को व लड़कियों में किसी में भी भेदभाव नहीं किया जाता है। दुल्हन ने घोड़े पर अपना बनवारा निकाला है।

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