विकास दुबे एनकाउंटर - एसपी, एसओ सहित 33 पुलिस वालों पर होगी कार्रवाई

उत्तर प्रदेश (पंकज यादव - कानपुर) :: एनकाउंटर में मारे गए बिकरू कांड के मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के करीबियों पर मुकदमा होने के बावजूद असलहा लाइसेंस स्वीकृत करने वाले अफसरों और पुलिसकर्मियों पर जल्द ही कार्रवाई होगी। शासन ने सभी का ब्योरा मांगा है। इसके तहत कई एसपी, 13 सीओ, 15 थानेदार और 18 सब इंस्पेक्टर आ रहे हैं। प्रशासन सभी का ब्योरा लखनऊ भेजने की तैयारी में है जिसके बाद ऐसे लोगों पर शिकंजा कसेगा।

विकास के अलावा उसके भाई समेत कई करीबियों पर गंभीर धाराओं के मुकदमे दर्ज हैं, इसके बावजूद ऐसे 29 लोगों के असलहा लाइसेंस बना दिए गए। अहम बात है कि लाइसेंस भले ही किसी के नाम हो पर उपयोग विकास दुबे अपनी धाक जमाने के लिए करता था। जांच में सामने आया है कि ज्यादातर असलहे उसी के पास रहते थे। खुलासा होने पर एसआईटी के बाद शासन ने असलहा लाइसेंस स्वीकृत करने वाले पुलिस कर्मियों व अफसरों का ब्योरा तलब कर लिया है।

सभी की वर्तमान तैनाती को भी देखा जा रहा है। आरोप है कि इन लोगों ने विकास व उसके गुर्गों का आपराधिक इतिहास होने के बाद आंखें बंद करके रिपोर्ट लगाकर असलहा लाइसेंस स्वीकृत कराने में मदद की। शासन ने लाइसेंस स्वीकृत वर्ष के साथ संबंधित अफसर व आख्या का ब्योरा भी मांगा है। रिपोर्ट वाली फाइल की फोटोकॉपी जल्द ही शासन को भेजी जाएगी।

बचे 19 असलहे जल्द होंगे निरस्त

विकास के करीबियों के बचे हुए 19 असलहे भी जल्द निरस्त किए जाएंगे। डीएम कोर्ट के अल्टीमेटम के बावजूद लाइसेंस धारक अब तक हाजिर नहीं हुए। इसी महीने इनके लाइसेंस रद हो सकते हैं। इससे पहले विकास के गुर्गे जय बाजपेई समेत 10 के असलहा लाइसेंस निरस्त किए जा चुके हैं। चौबेपुर पुलिस ने 29 निरस्त करने की रिपोर्ट डीएम कोर्ट को भेजी थी। उस पर लगातार सुनवाई हो रही है। इसमें विकास के सगे भाई दीपक दुबे, उसकी प्रधान पत्नी अंजलि दुबे समेत कई करीबियों के लाइसेंस हैं। कोर्ट में सुनवाई के दौरान कई ने जवाब तक नहीं लगाए है। डीएम ने सभी 19 को आखिरी अल्टीमेटम देकर हाजिर होकर जवाब देने को कहा है।

यह लाइसेंस हो चुके निरस्त

विकास से जुड़े जय बाजपेई, जहान सिंह, उमाशंकर, रामसिंह, विष्णुपाल सिंह, यादवेंद्र सिंह, रवींद्र कुमार, जयशंकर, राजाराम के दो।

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