चांद को छूने के उद्देश्य से दोपहर 2:43 पर देश के सपनों ने भरी उड़ान

वैन (अनूप कुमार) :: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपने दूसरे मून मिशन यानी चंद्रयान-2 को ले जाने वाले भारी-भरकम और देश के सबसे ताकतवर रॉकेट जीएसएलवी मार्क-3 का रिहर्सल पूरा कर विधिवत स्थापित कर दिया है। ‘बाहुबली’ नाम से चर्चित इस ताकतवर रॉकेट ने सामान्य तरीके से उड़ान भरी। इससे चंद्रयान-2 को आज दोपहर 2 बजकर 43 मिनट पर श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया। चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग लाइव देखने के लिए लोग तिरंगा लेकर सतीश धवन स्‍पेस सेंटर पहुंचे थे।

इसरो के प्रमुख डॉ. के सिवन ने बताया कि चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग की सभी तैयारियां विधिवत पूरी की गई थी। पहले प्रयास में जो भी तकनीकी कमियां देखी गई थीं उसे ठीक कर लिया गया। रविवार शाम 6:53 बजे से चंद्रयान-2 की करीब 20 घंटे की उलटी गिनती शुरू हो गई थी। चंद्रयान-2 आने वाले दिनों में 15 महत्वपूर्ण मिशन पर काम करेगा।

इसरो ने यह जानकारी ट्विटर पर भी साझा की जिसमें कहा गया कि जीएसएलवी एमके3-एम1/चंद्रयान-2 की लॉन्च रिहर्सल विधिवत पूरी की गई। इसका प्रदर्शन सामान्य था। इसरो चंद्रयान-2 को पहले अक्टूबर 2018 में लॉन्च करने वाला था। बाद में इसकी तारीख बढ़ाकर 3 जनवरी और फिर 31 जनवरी कर दी गई। बाद में अन्य कारणों से इसे इस साल 15 जुलाई तक टाल दिया गया। इस दौरान बदलावों की वजह से चंद्रयान-2 का भार भी पहले से बढ़ गया। ऐसे में जीएसएलवी मार्क-3 में भी कुछ बदलाव किए गए थे।

मिशन का उद्देश्य:-

- भूकंपीय गतिविधियों का अध्ययन
- चंद्रमा पर पानी की मात्रा का अनुमान लगाना
- चंद्रमा के बाहरी वातावरण की ताप-भौतिकी गुणों का विश्लेषण है
- चांद की जमीन में मौजूद खनिजों एवं रसायनों तथा उनके वितरण का अध्ययन करना

Responses

Leave your comment