वैन (कृतिका खत्री, सनातन संस्था - 20.05.2025) :: सनातन संस्था की ओर से आयोजित ‘सनातन राष्ट्र शंखनाद’ महोत्सव में हिंदू धर्म जागृति और राष्ट्र रक्षा के लिए कार्य करनेवाले व्यक्तियों को सम्मानित किया गया । सनातन संस्था के संस्थापक सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत बालाजी आठवले के 83वें जन्मोत्सव के निमित्त उनके शुभ हाथों से उत्तर भारत से 1 हिन्दुत्वनिष्ठ को ‘हिंदू राष्ट्र रत्न’ और 7 हिन्दुत्वनिष्ठों को ‘सनातन धर्मश्री’ पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया । इस अवसर पर देशभर से अनेक संत-महंत, गोवा के मंत्री, हिंदुत्वनिष्ठ विचारक, वकील, उद्यमी, पत्रकारों सहित 23 देशों के 20 हजार से अधिक साधक और हिंदू धर्मप्रेमी उपस्थित थे । कार्यक्रम में इस अवसर पर व्यासपीठ पर सनातन संस्था के संस्थापक सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी की आध्यात्मिक उत्तराधिकारिणी श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा सिंगबाल और श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगिल जी की वंदनीय उपस्थिति थी ।
इस अवसर पर सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस ने कहा, देश में विविध क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं को ‘पद्म’, ‘पद्मभूषण’ और ‘पद्मविभूषण’ पुरस्कार दिए जाते हैं; परंतु हिंदू धर्म के लिए जीवन समर्पित कर कार्य करने वालों को अब तक कोई सम्मान नहीं दिया जाता । इस कमी को पूरा करने के लिए सनातन संस्था ने यह पुरस्कार आरंभ किया है । सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के जन्मोत्सव के निमित्त हर वर्ष यह पुरस्कार दिए जाएंगे ।
इसी अवसर पर ‘सनातन धर्मश्री’ पुरस्कार से सम्मानित होने वालों में उत्तर भारत से काशी-मथुरा के मंदिर मुक्ति के लिए लडने वाले सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, दिल्ली के ‘सुदर्शन वाहिनी’ के प्रधान संपादक डॉ. सुरेश चव्हाणके, उत्तर प्रदेश के ‘प्राच्यम’ के संस्थापक कैप्टन प्रवीण चतुर्वेदी, दिल्ली के ‘सेव कल्चर सेव भारत फाउंडेशन’ के श्री. उदय माहुरकर, दिल्ली के अग्नि समाज’ के संस्थापक श्री. संजीव नेवर, ‘सरयु ट्रस्ट’ दिल्ली के संस्थापक श्री. राहुल दीवान, हरियाणा के विचारक श्री. नीरज अत्री का समावेश है । सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन को ‘हिंदू राष्ट्र रत्न’ पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया।
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