वैन न्यूज़ की खबर का असर - स्वास्थ्य विभाग की झोला छाप डॉक्टरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई में क्लीनिक छोड़कर भागे झोलाछाप

वैन (नीरज परिहार - आगरा, उत्तर प्रदेश) :: उत्तर प्रदेश के आगरा जनपद स्थित पिनाहट ब्लॉक क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग ने वैन न्यूज़ द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित की गई ख़बर के बाद कमर कस ली है। इस सन्दर्भ में वैन न्यूज़ द्वारा एक खबर "स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते आगरा में गरीब मरीजों को लूट रहे झोलाछाप" पिछले दिनों प्रमुखता से प्रकाशित की गई थी। इस खबर पर आज संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने एक टीम गठित कर उन पर कार्रवाई की।

वहीं अवैध तरीके से कई चल रहे झोला छापों के एक क्लीनिक पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापेमारी की जहां मरीजों का इलाज होता हुआ मिला जबकि सरकारी अस्पताल में मौके पर कोई स्वास्थ्य कर्मी मौजूद नहीं मिला। कुछ स्वास्थ्य कर्मियों की रजिस्टर में एडवांस हस्ताक्षर एंट्री पाई गई जिस पर अधिकारियों द्वारा कार्रवाई की जा रही है।

जानकारी के अनुसार पिनाहट ब्लॉक क्षेत्र में कस्बा के साथ अवैध झोला छापों के क्लीनिक संचालित हैं जिसे स्थानीय स्वास्थ्य विभाग की मिलीभगत से चलाया जा रहा है और भोले वाले गरीब और असहाय लोगों को दवा के नाम पर औने-पौने दामों पर ठगा जा रहा है। इसकी लोगों ने स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों से कई बार शिकायत की और कार्रवाई की मांग की थी। उसी के मद्देनज़र शुक्रवार दोपहर अपर जिला अधिकारी सदर अनिल मित्तल व ए.सी.एम.ओ. वीरेंद्र भारती ने अपनी टीम के साथ कस्बा पिनाहट के झोलाछाप डॉक्टरों पर छापेमारी की; जिसमें राजपूत क्लीनिक, पूर्वी हॉस्पिटल, समाधिया हॉस्पिटल आदि झोलाछाप क्लीनिकों पर छापेमारी की टीम की। छापेमारी की सूचना पाकर झोलाछाप डॉक्टर अपने क्लीनिकों पर ताला लगा कर भाग गए। जबकि कुछ झोलाछाप डॉक्टरों के यहां छापेमारी के दौरान कई मरीजों का अवैध तरीके से इलाज होता मिला। जिसे देख कर स्वास्थ्य विभाग की टीम दंग रह गई। जहां बड़ी मात्रा में दवा भी खपत की जा रही थी, वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिनाहट पर अचानक निरीक्षण किया तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के गेट पर ही एक युवती बीमार अवस्था में दर्द से जमीन पर पड़ी करा रही थी और अस्पताल के अंदर कोई डॉक्टर या स्वास्थ्य कर्मी मौजूद नहीं था। इस पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों को जमकर फटकार लगाई और इमरजेंसी में कोई डॉक्टर नहीं उपस्थित होने पर 3 डॉक्टर सहित एक फार्मासिस्ट का एक माह का वेतन काटने की कार्रवाई के साथ कारण बताओ नोटिस थमा दिया गया।

प्रशासन द्वारा कड़ी कार्रवाई से स्वास्थ्य कर्मियों में हड़कंप मच गया। स्वास्थ्य कर्मियों का उपस्थित रजिस्टर चैक करने पर डॉक्टर अनुपस्थित मिले और साथ ही रजिस्टर में शनिवार की एडवांस प्रजेंट लगी हुई मिली।

स्वास्थ विभाग द्वारा की गई इस कार्रवाई और छापेमारी से कस्बा क्षेत्र में हड़कंप मच गया साथ ही ब्लॉक क्षेत्र में दर्जनों की संख्या में झोलाछाप डॉक्टर अपने-अपने क्लीनिकों पर ताला लगाकर भाग गए। इन सभी को तत्काल कार्रवाई के साथ स्वास्थ्य विभाग द्वारा नोटिस दिया जाएगा और उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

उधर, इसी संदर्भ में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी वीरेंद्र भारती ने बताया कि हमने झोलाछाप डॉक्टरों के यहां छापेमारी की है और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया है। मौके पर अनियमितताएं पाई गई हैं। जल्दी ही कार्रवाई की जाएगी और अन्य झोलाछाप डॉक्टरों पर भी संज्ञान लिया जाएगा।

वैन, अंतर्राष्ट्रीय न्यूज़ एजेंसी द्वारा इस सन्दर्भ में प्रमुखता से प्रकाशित की गई पिछली ख़बर के लिये नीचे दिये गये लिंक पर क्लिक करें: -

http://www.vannewsagency.com/detailsnews?newsid=VN2063172803

Responses

Leave your comment