49 साल से चल रही रामलीला कोरोना काल के बाद पुनः जारी; कलाकारों ने जताया सीएम योगी का आभार

वैन (ब्रज किशोर शर्मा - आगरा, उत्तर प्रदेश - 12.10.2021) :: आगरा कैंट रेलवे संस्थान पर चल रही रामलीला अपने आप में बेमिसाल है। 49 सालों से आगरा कैंट रेलवे संस्थान पर रामलीला का मंचन किया जा रहा है। स्थानीय कलाकारों द्वारा मंच पर लीला का मंचन किया जा रहा है, जिसमें रेलवे कर्मचारी रिटायर्ड रेलवे कर्मी ,रेल कर्मचारियों के परिवार के लोग और आस-पास के लोग रामलीला का मंचन करते हैं। संप्रदायिक सौहार्द की भी रेलवे संस्थान मिसाल है। मुस्लिम समुदाय के लोग भी इस रामलीला में अभिनय करते हैं। सभी वर्गों के लोग बढ़-चढ़कर रामलीला में हिस्सा लेते हैं। जिस अंदाज में कलाकार रामलीला का मंचन करते हैं उसे देखकर यहां आने वाला हर दर्शक गदगद हो जाता है।

लीला में कल जो मंचन किया गया वह उस वक्त का प्रतीक था जब रावण बाणासुर संवाद के बाद महा मुनि विश्वामित्र की आज्ञा लेकर श्री राम शिव धनुष की प्रत्यंचा को चढ़ाते हैं। जैसे श्री राम शिव धनुष की प्रत्यंचा को चढ़ाते हैं, जय श्री राम के जयकारे गूंजने लगते हैं। राम की भूमिका निभाने वाले विनोद मौर्य रेल कर्मचारी हैं। विनोद मौर्य का कहना है उनका सौभाग्य है कि राम जी की लीला में राम की भूमिका निभा रहे हैं। विनोद मौर्य ने रामलीला की इजाजत मिलने पर सीएम योगी और जिला प्रशासन का भी आभार जताया।

वहीं, बेहद खूबसूरत अंदाज में काबिला का मंचन किया जा रहा है। लक्ष्मण-परशुराम संवाद की लीला भी बेहद शानदार अंदाज में मंचित की गई। लक्ष्मण की भूमिका निभाने वाले रेल कर्मचारी मोहित कहते हैं कि बहुत खुशी हुई इस बार रामलीला हो रही है।

इसके अलावा राजा दशरथ द्वारा राम के राजतिलक की घोषणा की जाती है। केकई के कहने पर मंथरा अपने दो वरदान मांगती है। केकई ने राजा दशरथ से भरत के लिए राजतिलक और राम के लिए 14 वर्ष का वनवास मांगा। केकई द्वारा वर मांगने से राजा दशरथ बेसुध हो जाते हैं। आगरा कैंट रेलवे संस्थान की रामलीला का मंचन देखकर दर्शक बेहद गदगद हैं। लंबे समय बाद दर्शकों को किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने का मौका मिला है।

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