वैन (दिल्ली ब्यूरो) :: शिरोभाग : हिन्दू जनजागृति समिति को अश्विन शुक्ल पक्ष प्रतिपदा (17 अक्टूबर 2020 को) अर्थात शारदीय नवरात्रि के पहले दिन 18 वर्ष पूर्ण हो गए हैं । इस 18 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में समिति के हिन्दू राष्ट्र स्थापना के राष्ट्रव्यापी कार्य की समीक्षा करनेवाला यह लेख!
छत्रपति शिवाजी महाराज ने जिस प्रकार सैनिकों का प्रभावशाली संगठन किया और ‘यह राज्य बने, यह श्री अर्थात ईश्वर की इच्छा’, इस श्रद्धा के साथ हिन्दवी स्वराज्य की नींव रखी, उस प्रकार संगठन, संप्रदाय, जाति आदि के बंधन दूर कर हिन्दू संगठन कर धर्माधिष्ठित हिन्दू राष्ट्र की (ईश्वरीय राज्य की) स्थापना हेतु घटस्थापना के मंगल दिवस पर अर्थात अश्विन शुक्ल पक्ष प्रतिपदा, 7 अक्टूबर 2002 को महाराष्ट्र के चिपळूण (जनपद रत्नागिरी) में ‘हिन्दू जनजागृति समिति’की उत्स्फूर्तता पूर्वक नींव रखी गई। आज समिति धर्मशिक्षा, धर्मजागृति, धर्मरक्षा, राष्ट्ररक्षा और सामाजिक सहायता की पंचसूत्री के आधार पर संपूर्ण देश में कार्यरत है। देश के कोने-कोने में ‘हिन्दू राष्ट्र’का उद्घोष पहुंचाने में समिति का बडा योगदान है। समिति के सैकडों कार्यकर्ता, धर्मप्रेमी, साथ ही समिति के साथ जुडे हुए हिन्दुत्वनिष्ठ नेता ईश्वरीय अधिष्ठान रखकर और साधना के रूप में हिन्दुत्व का कार्य कर रहे हैं।
1. हिन्दू जनजागृति समिति का राष्ट्र एवं धर्म कार्य!
अ. अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन तथा जनपद, प्रांत और राज्यस्तरीय अधिवेशन : ‘हिन्दू धर्मपर होनेवाले सभी प्रकार के आघातों का हिन्दू राष्ट्र की स्थापना ही एकमात्र उत्तर है’, यह ध्यान में रखकर हिन्दू जनजागृति समिति ने विविध हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों का संगठन बनाकर वर्ष 2012 से अभीतक ९ ‘अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ आयोजित किए हैं। इस वर्ष संचार बंदी के समय नवां अधिवेशन ‘ऑनलाइन’ पद्धति से संपन्न हुआ। अभीतक जनपदस्तरीय 43, प्रांतीय 58, तो राज्यस्तरीय 12 अधिवेशनों का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया है। इससे देश-विदेशों के 250 से अधिक हिन्दू संगठन हिन्दू राष्ट्र के लिए सक्रिय बने हैं।
आ. राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन : आज देश में हिन्दू धर्म, धर्मग्रंथ, संत, राष्ट्रपुरुषों पर हो रहे आघातों के विरुद्ध आवाज उठाने हेतु समिति के नेतृत्व में एकत्रित होकर अनेक हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन एकत्रित होकर प्रत्येक महीने में ‘राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन’ करते हैं। इन आंदोलनों की विशेषता यह है कि ये आंदोलन एक ही दिन अनेक शहरों में किए जाते हैं। आजतक विविध विषयोंपर 1 हजार 707 राष्ट्रीय हिन्दू आंदोलन किए गए हैं। संचार बंदीमें भी ये आंदोलन ‘ऑनलाइन’ माध्यम से चल रहे हैं। चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करने से संदर्भ में समिति के आंदोलन में संपूर्ण संसार के अनेक देशों के भारतप्रेमी नागरिक सम्मिलित हुए थे।
इ. हिन्दू राष्ट्र जागृति सभाएं और धर्मजागृतिपर प्रदर्शनियां : हिन्दू जनजागृति समिति ने देश के अनेक राज्यों के विविध स्थानोंपर, जनपद, तहसील और ग्रामस्तर पर 1 हजार 896 हिन्दू राष्ट्र जागृति सभाओं का सफलतापूर्वक आयोजन किया है । इन सभाओं के कारण 19 लाख 23 हजार लोगों तक हिन्दू राष्ट्र का विषय पहुंचा और उससे अब गांव-गांव के हिन्दू संगठित हुए हैं । अनेक गांवों के युवकों ने साधना आरंभ कर दी है और वे धर्माचरणी बन गए हैं, अनेक लोग व्यसनमुक्त हो गए हैं तथा उनके आपसीमतभेद भी दूर हो गए हैं । इन सभाओं के समय, साथ ही कुंभपर्व, पूरे वर्ष में होनेवाली राष्ट्रपुरुषों की जयंतियां-स्मृतिदिवसों के अवसरपर पूरे देश में समिति की ओर से ‘कश्मिरी हिन्दुओं की रक्षा’, ‘बांग्लादेशी हिन्दुओं की दुःस्थिति, ‘धर्मशिक्षा’, ‘धर्मरक्षा’, ‘राष्ट्ररक्षा’, ‘हिन्दू राष्ट्र’, ‘क्रांतिपुरुषों का स्मरण’, ‘गंगारक्षा’, ‘गोरक्षा’, ‘पाखंडी साधू’ आदि विषयोंपर धर्मजागृतिपर प्रदर्शनियां लगाई जाती हैं ।
ई. धर्मशिक्षावर्ग : हिन्दुओं मेंधर्मशिक्षा के अभाव को ध्यान में लेकर समिति धर्मशिक्षावर्गों का आयोजन करती है । संचार बंदी के (‘लॉकडाउन’के) समय में ये धर्मशिक्षावर्ग ‘ऑनलाइन’ माध्यम से चलाए जा रहे हैं तथा आज की तारीख में कुल 322 ‘ऑनलाइन’ धर्मशिक्षा वर्ग चल रहे हैं ।
उ. देवताओं का अनादर रोकना : नाटक, विज्ञापन, चलचित्रों, उत्पादों के आच्छादनआदि माध्यम से हिन्दू देवताओं के अनादर के सैकडों प्रकरणों के विरुद्ध हिन्दू जनजागृति समिति ने वैधानिक पद्धति से आवाज उठाई। उसके कारण अनेक प्रकरणों में (उदा. हिन्दूद्वेषी चित्रकार एम.एफ. हुसैन ने अशोभनीय स्वरूप में बनाए गए देवताओं के चित्र ‘सिंघम रिटर्न्स’ चलचित्र में देवताओं का अनादर) देवताओं का अनादर रोकने में समिति को सफलता मिली है । ‘दबंग’ चलचित्र में हिन्दू साधु-संतों को गॉगल लगाकर गिटार बजाकरनाचते हुए दिखाया गया था। समिति द्वारा किए गए विरोध के कारण दबंग चलचित्र में हिन्दुओं की धर्म भावनाओं को आहत करनेवाले आपत्तिजनक दृश्य हटाए गए। समिति द्वारा किए गए विरोध के उपरांत नवरात्रि में प्रदर्शित ‘लवरात्रि’ चलचित्र का नाम बदला गया। समिति द्वारा देवताओं के अनादर के विरुद्ध आज भी अविरत आवाज उठाई जा रही है। आजतक समिति ने देवताओं के अनादर से संबंधित विविध क्षेत्रों से संबंधित विविध प्रकार की 400 से भी अधिक घटनाएं वैधानिक पद्धति से रोकी गई हैं!
ऊ. ‘जागो हिन्दू’ संदेश : समिति प्रतिदिन समाज, राष्ट्र एवं धर्मपर होनेवाले आघातों के समाचार और उनपर यथोचित दृष्टिकोण वॉट्स एप के द्वारा ‘जागो हिन्दू’ संदेश के माध्यम से 10 लाख से भी अधिक हिन्दुओं तक पहुंचाती है।
ए. सुराज्य अभियान, आरोग्य साहाय्य समितिएवं प्राथमिक चिकित्साप्रशिक्षण उपक्रम : समिति ने सामाजिक दुष्प्रवृत्तियों के विरुद्ध संवैधानिक पद्धति से संघर्ष करने हेतु ‘सुराज्य अभियान’ आरंभ किया है । इस माध्यम से सरकारी और सामाजिक क्षेत्रों में निहित दुष्प्रवृत्तियों के विरुद्ध संवैधानिक पद्धति से संघर्ष करना और जनमानस में जागृति करने का कार्य चल रहा है । इसके साथ ही आरोग्य साहाय्य समिति उपक्रम के अंतर्गत महापालिकाओं में होने वाले भ्रष्टाचार।
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