वैन (भिवानी - हरियाणा ब्यूरो - 28.01.2022) :: स्कूली स्तर पर देश के लिए बेहतरीन खिलाड़ी तैयार करने वाले पीटीआई आज सरकार की बेरूखी व तानशाही के चलते दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर है। भाजपा सरकार की हठधर्मिता के चलते आज प्रदेश के 1983 परिवार सडक़ पर बैठकर भूखा मरने के लिए बेबस है, लेकिन फिर भी प्रदेश सरकार को बर्खास्त पीटीआई की हालत पर जरा भी तरस नहीं आ रहा। यह बात स्थानीय लघु सचिवालय के समक्ष धरने पर बैठे बर्खास्त पीटीआई को संबोधित करते हुए पीटीआई अनिल तंवर ने कही। बहाली की मांग को लेकर जारी बर्खास्त पीटीआई का धरना शुक्रवार को 592वें दिन भी जारी रहा। धरने को संबोधित करते हुए तंवर ने कहा कि बर्खास्त पीटीआई लगभग दो वर्षो से लगातार अपनी बहाली की मांग को लेकर संघर्षरत्त है। इस दौरान वे प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री, सांसद, विधायक तक के दर की ठोकरें खा चुके है। यहां तक अपने खून से मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखकर अपनी व्यथा बता चुके है, लेकिन सत्ता के नशे में चूर मुख्यमंत्री को अपनी कुर्सी के अलावा जनता के हितों की जरा भी फिक्र नहीं है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने बर्खास्त पीटीआई की बहाली का वायदा किया था, लेकिन अब मुख्यमंत्री स्वयं अपने ही अपना वायदा भूल चुके है। उन्होंने कहा कि बर्खास्त पीटीआई ने दस वर्षो तक सरकार व देश की सेवा। स्कूली स्तर पर खिलाडिय़ों को तैयार किया, जो कि आज राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय पटल पर देश का नाम चमका रहे है, लेकिन भाजपा सरकार ने उनकी मेहनत का फल उन्हे बेरोजगार बनाकर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि बर्खास्त पीटीआई को बहाल कर 1983 परिवारों को भूखा मरने से बचाए, नहीं तो वे अन्य कर्मचारी संगठनों को साथ लेकर सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन छेडऩे को मजबूर होंगे। शुक्रवार को क्रमिक अनशन पर नीतू रानी, कर्मजीत, संदीप सिंह, दिलबाग जांगड़ा रहे। इस अवसर पर मा. हरीश गोच्छी, जिला प्रधान सोमदत्त शर्मा, महासचिव विनोद पिंकू, जरनैल सिंह, सुमेर आर्य, अमरनाथ धनाना, मदनलाल, रामबीर तिगड़ाना, कपूर सिंह, अमित कुमार, कृष्ण कुमार, सुरेंद्र खरक, जितेंद्र बामला, जितेंद्र प्रहलादगढ़, सुनील कुमार डीपीई, भूप सिंह डीपीई सहित अनेक पीटीआई मौजूद रहे।
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