एकादशी व्रत से भगवान विष्णु का आशीर्वाद होता है प्राप्त; साथ ही दुर्लभ सिद्धियों की भी होती है प्राप्ति - महंत अशोक गिरी

- एकादशी पर किया मंदिर में हवन-यज्ञ का आयोजन

- एकादशी पर हवन व यज्ञ जरूरी - महन्त

वैन (भिवानी - हरियाणा ब्यूरो) :: सिद्धपीठ बाबा जहरगिरी आश्रम में शिवशक्ति जन कल्याण सेवा ट्रस्ट द्वारा एकादशी को हवन व यज्ञ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से आश्रम के पीठाधीश्वर अंतर्राष्ट्रीय श्री महंत अशोक गिरी द्वारा हवन में आहुति दिलाई गई। उन्होंने कहा कि परम एकादशी अधिक मास की आखिरी एकादशी है। दरअसल पुरुषोत्तम मास कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को परम एकादशी के नाम से जाना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार इस एकादशी व्रत को करने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है और इसके साथ ही दुर्लभ सिद्धियों की प्राप्ति भी होती है। इस एकादशी में स्वर्ण दान, विद्या दान, अन्न दान, भूमि दान और गौदान करने से जातकों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। एकादशी भगवान विष्णु की प्रिये तिथि इस दिन भगवान श्री हरि को पुरुसूक्त के द्वारा पूजन करने से सभी तरह के कष्ट का निवारण होता है और कहा भी ही।

पुरुषसूक्त ऋगवेद संहिता के दसवें मंडल का एक प्रमुख सूक्त यानि मंत्र संग्रह है, जिसमें एक विराट पुरुष की चर्चा हुई है और उसके अंगों का वर्णन है। इसको वैदिक ईश्वर का स्वरूप मानते हैैं । विभिन्न अंगों में चारो वर्णों, मन, प्राण, नेत्र इत्यादि की बातें कहीं गई हैैं। यही श्लोक यजुर्वेद और अथर्ववेद में भी आया है। क्योकि इस सूूूूक्त मेे अनेक बार यज्ञ आया है और यज्ञ की ही चर्चा यजूूूर्वेद में हुई है। उन्होंने बताया कि पुरुष सूक्त की गई पूजा एकदशी के दिन कलियुग में सभी तरह की मनोकामना पूर्ण करती है। इस मौके पर सुनील बोंदिया, बसंत शास्त्री, दीपक, आनंद, विशाल, कार्तिक, प्रताप सरपंच, गणेश गिरी, दसरथ गिरी, शिव गिरी, बगु गिरी, कामाख्या गिरी, सुरेश सैनी के अलावा अनेक लोग मौजूद थे।

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