भावान्तर भरपाई योजना के तहत हरियाणा में सबसे अधिक जिला कुरुक्षेत्र में हुआ 17 हजार 958 एकड़ क्षेत्रफल का पंजीकरण

डीसी डा. एसएस फुलिया ने बताया कि जिला में भावान्तर भरपाई योजना के तहत पंजीकरण करवाने का कार्य पूरे जोरों पर है, किसानों का उत्साह देखते ही बनता है। अबतक जिला में 17हजार 958 एकड़ क्षेत्रफल का पंजीकरण हो चुका है। किसानों को चाहिए कि वे पंजीकरण आवश्य करवाएं ताकि बाजार में भाव कम मिलने पर भावान्तर भरपाई योजना के तहत सम्बन्धित किसानों को सरंक्षित मूल्य मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा आलू, टमाटर, प्याज, फूलगोभी को इस योजना में शामिल किया गया है। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को अपनी फसल का निर्धारित समय में पंजीकरण करवाना होता है और जब फसल का दाम मंडी में कम हो तो उसे सरकार निर्धारित मूल्य पर खरीदती है ताकि किसानों को लागत मूल्य मिल सके। योजना सम्बधी विषय पर जिला बागवानी अधिकारी डा. जोगिन्द्र बिसला ने बताया कि आलू के लिए 30 नवम्बर तक, फूलगोभी 25 दिसम्बर तक, टमाटर व प्याज का 15 दिसम्बर से 15 फरवरी तक पंजीकरण करवाने का समय निर्धारित किया गया है, कोई भी किसान ऑनलाईन अपना पंजीकरण करवा सकता है, यदि किसी किसान को पंजीकरण करवाने में दिक्कत आती है तो वह बागवानी के कार्यालय में आकर इसकी जानकारी प्राप्त कर सकता है। इस योजना के तहत वे बुधवार को लाडवा के गांव खेड़ी दबलान में फूल गोभी की फसल हेतू विशेष पंजीकरण अभियान के तहत किसानों को भावान्तर भरपाई योजना बारे जानकारी दे रहे थे। जानकारी के क्रम में उन्होंने आगे बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा किसानों के हितों के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं जिन पर सरकार अनुदान भी दे रही है। उन्होंने बताया कि यदि कोई किसान कोल्ड स्टोर लगाना चाहता है तो उसके लिए सरकार द्वारा 1 करोड़ 40 लाख रुपये के ऋण पर 35 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जा रही है। इसी प्रकार केला पकाने के 300 मीट्रिक की क्षमता के चैंबर पर 35 प्रतिशत सब्सिडी दी जाती है और ऋण के रूप में सरकार द्वारा 35 हजार रुपये प्रति मीट्रिक चैंबर दिए जाते हैं। उन्होंने बताया कि खेड़ी दबलान में बुधवार को भावांतर भरपाई योजना के तहत फुलगोभी से सम्बन्धित फार्म भरवाए गए। उन्होंने बताया कि हाईब्रिड सब्जी के बीजों पर जैसे टमाटर, फूलगोभी, शिमला मिर्च, प्याज पर 8 हजार रुपए प्रति एकड़ का अनुदान किसानों को दिया जा रहा है। उपरोक्त फसलों का यह बीज हरियाणा बीज विकास निगम से किसान खरीद सकते है। जो किसान भावांतर भरपाई योजन के तहत पंजीकरण करवाएगा, उसे ही उपरोक्त लाभ दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि फूल गोभी के पंजीकरण के लिए वीरवार को शाहबाद के गांव किशनगढ़ में शिविर लगाया जाएगा। इस संदर्भ में जब प्रतिक्रया जानने के लिए धनौरा जाटान निवासी गुरमेल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सरकार की भावान्तर भरपाई योजना किसाना हितेषी है। सभी किसानों को चाहिए कि वे फसल के क्षेत्रफल को लेकर पंजीकरण अवश्य करवाएं। किसान बताता है कि वर्तमान में वह पोलीकल्चर में खीरे की खेती करता है और भविष्य में आलू, प्याज,टमाटर और फूलगोभी की खेती करने का मन बना लिया है। पूछने पर उन्होंने बताया कि उक्त सब्जियों को सरकार ने सरंक्षित मूल्यों के दायरे में ले लिया है। यही कारण है कि किसानों का रूझान अब इन फसलों के उत्पादन की ओर बढ़ रहा है।

Responses

Leave your comment