वैन विशेष (अनूप कुमार) :: हिन्दू नव वर्ष की शुरुआत में मनाये जाने वाले चैत्र नवरात्रि नवरात्रि 6 अप्रैल से शुरू हो रहे हैं। साल में दो बार मनाये जाने वाले हिन्दू विशेष त्योहारों में नव दिन शक्ति की पूजा होती है। ऐसे में शक्तिपीठों पर इसकी अहमियत काफी बढ़ जाती है। उन्हीं शक्तिपीठों में से एक हैं मां देवी पाटन, जोकि उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के तुलसीपुर तहसील में स्थित है। यहां पर नव दिन माता का विशेष पूजन होता है। साथ ही एक महीने के मेले का आयोजन भी होता है।
चैत्र नवरात्रि के आखिरी दिन 14 अप्रैल को देशभर में राम नवमी मनाई जाएगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की देख रेख में यह मंदिर अभी संचालित है। नाथ संप्रदाय की ओर से यहां पर पूजा अर्चना की जाती है। चैत्र नवरात्री में देवीपाटन में खास सज्जा की जाती है। इस बार भी यहां खास साज-सज्जा की गई है।
मां पाटेश्वरी इन्हें इसलिए कहा जाता है क्योंकि यहां पर मां सती का वाम स्कंध पट सहित गिरा था। साथ ही यहां पर एक कुंड है जो महाभारत काल से जलता चला आ रहा है। कहते हैं इसे कर्ण ने जलाया था। यहां पर उत्तर भारत और नेपाल से हजारों श्रद्धालु आते हैं। चैत्र नवरात्रि के पांचवे दिन बाबा रतन नाथ जी की शोभायात्रा यहां नेपाल के दांग से आती है।
विस्तार से पीर रतन नाथ बाबा की कहानी हम आपको जल्द ही बताएंगे। फिलहाल आपको छोड़ जाते हैं इस चित्र के साथ जिसमे मां पाटेश्वरी के धाम की विशेष सज्जा की झलक है।
महाराष्ट्र राज्य में इस दिन से 'गुड़ी पड़वा' पर्व की शुरुआत होती है जबकि दक्षिणी राज्यों में इस दिन से 'उगादी' उत्सव शुरू हो जाता है।
संबंधित खबरें
Responses
Leave your comment