व्यूज़ 24 (सूरज दुहन - गुरुग्राम, हरियाणा) :: कहने को तो दिल्ली से सटी साइबर सिटी को विश्व स्तरीय शहरों में गिना जाता है, लेकिन साइबर सिटी में लगातार बढ़ता प्रदूषण स्तर लोगों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। साथ ही प्रशासन के सारे दावों पर पानी फेरता यह प्रदूषण जनता के लिए मुसीबत का सबब बना हुआ है। बढ़ते वाहन, निकलता धुँआ, उड़ती धूल, घटते पेड़, हाई राइज बिल्डिंगों का निर्माण, कार्य में बरती जा रही अनियमता भी प्रदूषण में बढ़ोतरी काम कर रही हैं।
साइबर सिटी में सांस लेना हुआ दुलर्भ
हवा में जहर खतरनाक होता जा रहा है। साइबर सिटी का प्रदूषण एक बार फिर ऐसे स्तर पर पहुंच गया है जहां पर लोगों की एक-एक सांस बोझ की तरह हो गई है। जहां एक तरफ गर्मी का प्रकोप जारी है तो दूसरी ओर प्रदूषण का स्तर भी बढ़ता जा रहा है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि गुरुग्राम का एयरइंडेक्स 266 के पार पहुंच चुका है। जिसमें पीएम 2.5 की मात्रा सबसे ज्यादा है। वहीं प्रदूषण बोर्ड के अधिकारी की मानें तो कुछ इलाकों में गाड़ियों की आवाजाही बढ़ने के चलते प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी हुई है।
तो वहीं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी कुलदीप की मानें तो ऐसे इलाकों में पेड़ों में पानी देने के आदेश जारी कर दिए हैं। वहीं नगर निगम सहित सभी संबंधित विभागों से लगातार प्रदूषण को कम करने पर काम किया जा रहा है। वहीं गुरूग्राम के विकास सदन और मानेसर में एयर मॉनिटरिंग इंस्ट्रूमेंट लगाए गए हैं जो समय-समय पर सेंट्रल प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को उसकी जानकारी देते हैं।
बढ़ता प्रदूषण गुरुग्राम के लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। जहां एक तरफ गर्मी के प्रकोप ने साइबर सिटी की रफ्तार पर लगाम लगा दी है। वहीं प्रदूषण के बढ़ते स्तर से लोगों को कई बीमारियों से भी जूझना पड़ रहा है लेकिन साइबर-सिटी का प्रदूषण स्तर लगातार बढ़ोतरी कर रहा है ऐसे में प्रशासन की कार्यशैली पर जरूर सवाल खड़े हो रहे हैं।
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