220 गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों पर शिक्षा विभाग का शिकंजा; एफआईआर दर्ज

वैन (सूरज दुहन - गुरुग्राम, हरियाणा) :: गुरुग्राम में अवैध रूप से चल रहे गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों पर शिक्षा विभाग द्वारा की जा रही कार्रवाई को लेकर अब निजी स्कूलों में हड़कंप मचा हुआ है। अधिकतर स्कूल संचालक स्कूलों को बंद कर मौके से फरार हो गए हैं। आरटीई के नियमों का पालन किए बिना संचालित हो रहे करीब 220 निजी स्कूलों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है और करीब दस हज़ार स्कूलों पर तलवार लटक रही है। जिसके खिलाफ शिक्षकों में काफ़ी गुस्सा है। हज़ारों की भीड़ में आज शिक्षक धरना प्रदर्शन करने सड़को पर उतरे और सरकार को चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुई तो मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगे।

जिले में गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों पर अब शिक्षा विभाग शिकंजा कसने की तैयारी में है। प्राइवेट स्कूल संचालकों को छात्र-छात्राओं को शिक्षा देने के लिए शिक्षा विभाग से मान्यता लेनी पड़ती है। लेकिन गुरुग्राम में RTI नियमों का उल्लंघन करने पे क़रीब 220 स्कूलों पर FIR दर्ज हुई है। जिस पर शिक्षकों का गुस्सा फूटा। हज़ारों की संख्या में शिक्षक सड़को पर उतरे और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उनका कहना है कि स्कूलों पर हुई FIR वापस ली जाए। RTI 2009 लागू की जाए और स्कूलों को सही तरीके से चलने दिया जाए, नहीं तो मुख्यमंत्री निवास व विधानसभा का घेराव करेंगे।

शिक्षा के नाम पर चल रहा निजी स्कूल संचालकों का खेल खत्म होने की ओर है। शिक्षकों का कहना है कि मोदी सरकार का नारा है, "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ"। हम भी बेटियां हैं, अपना काम कर रहीं हैं। फिर मोदी सरकार का नारा कहाँ गया??? क़रीब दस हज़ार स्कूलों पर ख़तरे की तलवार लटक रही है। इन सभी शिक्षकों की एक ही मांग है कि स्कूलों से FIR हटाई जाएं और शांतिपूर्ण ढंग से काम करने दिया जाए।

गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों में हजारों बच्चे पढ़ रहे हैं। स्कूल और सरकार के बीच की इस लड़ाई में बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। अब देखना यह होगा कि सरकार और शिक्षक में से जीत किसकी होती है? जहां जिला उपयुक्त अमित खत्री को ज्ञापनं सौंपा और जिला उपायुक्त ने आश्वासन दिया। लेकिन यह देखने वाली बात होगी कि शिक्षा के मंदिर पर गाज गिरेगी या सरकार व शिक्षा विभाग को फुट बेक करना होगा।

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