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व्यूज़ 24 (ब्रज किशोर शर्मा - आगरा, उत्तर प्रदेश) :: उत्तर प्रदेश के आगरा शहर के बीचोंबीच स्थित मालवीय कुंज कॉलोनी के लोगो ने आने वाले मतदान का बहिष्कार करने की ठान ली है। यहां हर घर के दरवाजे पर मतदान का सपरिवार बहिष्कार करने के पोस्टर चस्पा किये गये हैं। पूछताछ में यहां के निवासियों ने बताया कि उनके बाप-दादा पाकिस्तान से आये थे और सरकार ने यहां शरणार्थियों के लिए कालोनी बनवाई थी। नो प्रॉफिट - नो लॉस की तर्ज पर बनी कालोनी का किराया 20 रुपये रखा गया था जबकि उस समय दो रुपये में कोठी किराए पर मिल जाती थी। उसका कारण यह था कि सरकार ने लिखित में कहा था की जैसे ही मकानों की कीमत की रकम पूरी हो जाएंगी तो किरायेदार के नाम मकान की रजिस्ट्री कर दी जाएगी पर ऐसा आज तक नहीं हुआ। 1971 में सरकार का आदेश आया और 5 हजार रुपये जमा कर मकान की रजिस्ट्री कराने को कहा गया। मकान की कीमत से ज्यादा किराया दिया जा चुका है; पर अभी तक मकान मिलना तो दूर उल्टा नगर निगम ने किराया 50 हजार बकाया और उस पर दो लाख का ब्याज मिला कर ढाई-ढाई लाख के एस्टीमेट भेज दिए हैं। घरों के आगे सीवर का पानी भरने से सड़कें खराब होने जैसे समस्याएं यहां हर घर के बाहर हैं। तमाम नेता और अधिकारियों के चक्कर लगाने के बाद भी उनके द्वारा नहीं मिली। इन्हीं सब बातों को देखते हुए हम सभी कॉलोनी वासियों ने इस बार मतदान ना करने का फैसला लिया है और इस फैसले में कॉलोनीवासी पूर्ण रूप से मतदान का बहिष्कार करेंगे।
On Fri, Mar 29, 2024