कोरोना मरीजों के लिए बनाई गई "बोट एम्बुलेंस" से ढोये जा रहे यात्री; नियम की उड़ी धज्जियां

वैन (पटना/वैशाली - बिहार ब्यूरो) :: वैशाली जिले के राघोपुर सहित कई क्षेत्र के लोगों को अस्पताल आने के लिए नाव एकमात्र सहारा है। इस इलाके के लोगों को किसी प्रकार की कोई समस्या न हो इसके लिए कोविड-19 मरीजों को अस्पताल लाने के लिए जिला प्रशासन ने अनोखी पहल की है और नाव को ही स्पेशल कोविड एंबुलेंस में तब्दील कर दिया है। जो एक एंबुलेंस में सुविधाएं होती है वो सारी सुविधाएं नाव में उपलब्ध कराई गई है। पीपा पुल खुल जाने के बाद प्रखंड मुख्यालय आने के लिए एकमात्र सहारा नाव ही होती है। नाव पर ही ऑक्सीजन सिलेंडर और स्ट्रेचर का इंतजाम किया गया, नाव पर पीपीई किट में स्वास्थ्यकर्मी की नियुक्ति की गई ताकि किसी को कोई परेशानी नहीं हो। एक बैनर लगाकर जिला प्रशासन ने दावा किया कि कोरोना मरीजों के लिए खास इंतजाम किया गया है। लेकिन जिला प्रशासन के उस दावे की जमकर उडायी जा रही है धज्जियां और नाव एंबुलेंस से मरीजों की बजाए आम यात्री ढोये जा रहे हैं। इससे भी चौंकाने वाली बात ये है कि एक नाव में जहां 8 से 10 लोगों को लाया जा सकता है उसमें यात्रियों की रेलमपेल है। कोविड स्पेशल नाव पर सोशल डिस्टेंसिंग भी एक मजाक बनकर रह गया है। सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करने वाला वीडियो सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने इसे गंभीर लापरवाही बताया और लापरवाही बरतने वाले लोगों पर कार्रवाई करने की बात कही है, आखिर ऐसा क्यों हुआ यह तो तफ्तीश के बाद ही पता चल पाएगा।

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