Menu
व्यूज़ 24 (भगत तेवतिया - पलवल, हरियाणा) :: होडल की अपराध शाखा पुलिस ने 4 ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है जो देहली में नामी गैंगवार करने वाले लोगों को हथियार और कारतूस सप्लाई करते हैं। पुलिस ने पकड़े गये इन 4 आरोपियों से 80 जिन्दा कारतूस बरामद किए हैं। इतना ही नहीं यह आरोपी लोक सभा चुनावों में वारदातों को अंजाम देने और चुनावों में दहशत फैलाने के मकसद से यू पी के गाँव उटावड़ से 200 रुपए में कारतूस खरीद कर देहली में 600 से 700 रुपए में बेचते हैं। पकड़े गए आरोपी कई सालों से इस काम को कर रहे हैं। पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश कर तीन दिन की रिमांड पर लिया ताकि इनसे और भी वारदातों का खुलासा किया जा सके। पलवल-होडल की अपराध जांच शाखा द्वारा लोकसभा चुनावों के मद्देनजर रखी जा रही निगरानी के तहत पुलिस ने चार युवकों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गहनता से पूछताछ शुरू कर दी है। अपराध जांच शाखा के जांच अधिकारी रणवीर सिंह ने बताया कि लोकसभा चुनावों के दौरान किसी तरह की हिंसा ना हो तथा कोई वारदात व घटना ना घटे इसके लिए पुलिस कप्तान नरेंद्र बिजरानिया के आदेश पर गश्त की जा रही है तथा संदिग्ध लोगों पर नजर रखी जा रही है। इसी के तहत 17 मार्च देर सांय उन्हें हसनपुर थाना क्षेत्र में कुछ संदिग्ध युवकों के घूमने की सूचना मिली तो वे मौके पर पहुंच गए। वहां पहुंचकर जैसे ही युवकों से पूछताछ करने की कोशिश की तो वे भागने लगे, लेकिन उन्हें पकड़ लिया गया। उनकी तलाश में उनके पास से 80 कारतूस बरामद हुए। इतने कारतूस बरामद होने पर उन युवकों पर शक बढ़ गया तथा उनसे सख्ती से पूछताछ की गई। उन्होंने बताया की यह आरोपी देहली में गैंगवार करने वाले लोगों को इन हथियारों को और कारतूसों को सप्लाई करते हैं। आरोपी लोकसभा चुनावों में दहशत फैलाने के लिए और वारदातों को अंजाम देने वाले लोगों को सप्लाई करते हैं लेकिन समय रहते हुए इन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जांच अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में दिल्ली के पुटखुद रामायण गली बवाना थाना दिल्ली निवासी विजय, सक्षम, दीपक व विनय शामिल हैं। ये चारों आरोपी एक बुलेनो कार में सवार थे। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने स्वीकार किया है कि वे कारतूस व देसी पिस्तौल बेचने का धंधा करते हैं। वे यहां उटावड का नंगला उत्तर प्रदेश में स्थित एक फैक्टरी से लेकर जाते हैं तथा दिल्ली व आसपास के क्षेत्रों में मांग पर सप्लाई करते हैं और यह कारतूसों को 200 से 250 रुपए खरीदते हैं और वे इन कारतूसों को 600 रुपये से लेकर 700 रुपए में तथा देसी पिस्तौल मौके के हिसाब से मांगने वाले को देते हैं। पुलिस ने अब उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है, ताकि उनके और साथियों के बारे में भी जानकारी मिल सके।
On Fri, Mar 29, 2024