एएन-32 को ले कर उड़े पायलट आशीष की माँ बोली "मुझे मेरा बेटा चाहिये और कुछ नहीं"

व्यूज़ 24 (भगत तेवतिया - पलवल, हरियाणा) :: असम के जोरहाट से अरुणाचल के मेनचुका के लिये उड़ान भरने वाला विमान एएन-32 बीते सोमवार से लापता है। हफ्ता बीत जाने के बावजूद पायलट आशीष तंवर के परिवार वालों के सब्र का बांध अब टूटने लगा है। पीड़ित परिवार ने मांग की है कि रैस्क्यू आप्रेशन में आर्मी की संख्या बढ़ाकर सर्च अभियान चलाया जाये और देश की सरकार चीन की सरकार से बात करे; कहीं चीन में हमारा बेटा और उनके साथी पहुंच गये हों। वहीं पायलट आशीष की मां सरोज ने पीएम मोदी से मिलने की मांग की है।

आपको बता दें कि जिस समय विमान ने उड़ान भरी थी उस समय पायलट आशीष की पत्नी संध्या स्वंम रेडार आप्रेट कर रही थी करीब 35 मिनट बाद रेडार से विमान का संपर्क टूट गया था। संध्या वायु सेना में रेडार आप्रेटर के पद पर कार्यरत हैं। इस घटना के बाद हरियाणा का पूरा पलवल जिला आशीष को लेकर चिंतित हैं और परिवार आशीष के खोने के गम में डूबा है।

पायलट आशीष तंवर के चाचा शिवनारायण तंवर ने बताया कि आशीष और उनके साथियों को खोजने में एयरफोर्ष कोई ठोस कारवाई नहीं कर रही है। जिसको लेकर अब चिंता औप बढ़ती जा रही है। सरकार को रेस्कयू ऑप्रेशन में आर्मी की संख्या बढ़ानी चाहिये और आखिरी लोकेशन चीन की तरफ पायी गयी है तो भारत सरकार को चीन सरकार से भी बात करनी करनी चाहिये क्योंकी जिस तरह से कारवाई चल रही है कोई आउटपुट निकल कर नहीं आया है.विमान अगर क्रेश होता तो मलबा तो मिलता। अभी तक विमान का पता ही नहीं चला है. उन्होंने बताया एएन ३२ एयरक्राफ्ट ने सोमवार १२ बजकर २५ मिनट पर असम स्थित जोरहाट एयरबेस से उड़ान भरी थी। लापता हुए विमान एएन ३२ में ८ क्रू मेंबर्स और ५ यात्री सवार थे। उडान भरने के करीब ३५ मिनट बाद विमान का रेडार से संपर्क टूट गया तभी से विमान लापता है उसकी पत्नी सन्ध्या वायु सेना में रेडार आप्रेटर के पद पर कार्यरत है। आपको बतां दे कि पायलट आशीष तंवर ने कप्यूटर साईंस से बीटेक करने के बाद दिसंबर २०१३ में वायु सेना ज्वाईंन की। साल २०१५ की मई माह में पायलट तैनात हुए। आशीष तंवर अपने माता-पिता का अकेला बेटा है और शुरू से ही मेधावी और होनहार था। सेंट्रल स्कूल मेरठ से १२वीं पास करने के बाद कानपुर से कंप्यूटर साईंस में बीटेक की डिग्री लेने के बाद वायु सेना ज्वाईन की। आशीष तंवर के लापता होने की सूचना मिलने के बाद से उनके घर पर लोगो का तांता लगा है। वहीं गांव में भी गमगीन माहौल है।

वहीं लापता पायलेट आशीष की माँ सरोज के तो रो-रोकर आंसू भी सूख गये हैं। उनका कहना है कि सात दिनों से उनका बेटा लापता है लेकिन अभी तक उसकी कोई खोज खबर नहीं आई है। हमे ऐसा लगता है की उसकी अंतिम लोकेशन चीन बॉर्डर के पास देखी गई थी। इससे ये भी हो सकता है की वह चीन पहुंच गया हो और वहां चीन की सेना ने उसे अपने कब्जे में ले रखा हो। मां सरोज ने बताया कि अब इस मामले में सरकार को ठोस कारवाई करनी चाहिये। चीन से भी भारत सरकार बात करें। क्योंकी उनका धैर्य अब टूट चुका है। वो पीएम मोदी से भी इस मामले में मिलना चाहती हैं। उनका कहना है कि उन्हे पूरा विश्वास है कि उनका बेटा आशीष अभी भी जिंदा है। विमान को जल्द से जल्द ढूंढ निकाला जाये। सर्च अभियान और तेज किया जाये। मैन-पावर बढ़ाई जाये। विमान में 13 लोग सवार थे। पहाड़ियों में अगर विमान है तो उसे ढूँढा जाये। मुझे मेरा बेटा चाहिए। मेरा सारा परिवार सेना में है। मुझे कुछ नहीं चाहिए केवल मेरा बेटा चाहिए। उन्होने कहा रक्षा मंत्री से भी उनकी मुलाकात हुई लेकिन सिवाय अश्वासन के कुछ नहीं मिला। उन्होंने कहा कि विमान व पायलट को सर्च करने वाले को पांच लाख रुपये का जो इनाम एयर फोर्स ने जो घोषित किया है इससे उनकी कुछ उम्मीद बढ़ी है कि इनाम के चक्कर में वो और ज्यादा मेहनत करेंगे। वहीं आशीष के चाचा ने भी ऐयर फोर्स और सरकार की कारवाई पर नाराजगी जाहिर की। आपको बता दें कि आशीष के घर वालों से मिलने के लिये फरीदाबाद से लोकसभा सांसद व केंद्रीय सामाजिक एवं आधिकारिकता राज्य मंत्री कृष्ण पाल गूर्जर भी पहुंचे जिन्होंने उनकी मदद के लिये राजनाथ सिंह से बात करने का आश्वासन दिया और कहा कि सरकार इस मामले में हर संभव प्रयास करेगी।

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