अयोध्या जरूरत पड़ी तो सील कर दी जाएगी, बनीं आठ अस्थाई जेल, 16 हजार वॉलंटियर तैनात

अयोध्या रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला 17 नवंबर तक आने के आसार हैं। इसके मद्देनजर सुरक्षा तैयारियों को तेज कर दिया गया। अयोध्या जिले को चार जोन- रेड, येलो, ग्रीन और ब्लू में बांटा गया है। इनमें 48 सेक्टर हैं। रेड जोन में विवादित परिसर है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, तैयारियों को कुछ इस तरह किया जा रहा है कि एक आदेश में पूरी अयोध्या सील हो जाएगीl

विहिप ने रोका पत्थर तराशने का काम

अयोध्या में 10 दिसंबर तक धारा-144 लागू करने के साथ ही पड़ोसी जिले अंबेडकरनगर में 8 अस्थायी जेल बनाई गई हैं। यह सभी जेल कॉलेजों में बनाई गई है। विहिप ने फैसले की नजदीकी को देखते हुए राम मंदिर के लिए पत्थर तराशने का काम रोक दिया।

100 कंपनी फोर्स की डिमांड

1990 के बाद यह पहला मौका है जब विहिप ने पत्थर तराशना बंद करवाया है। अब तक 1.25 लाख वर्ग घन फीट को तराशा जा चुका है। अभी 1.75 लाख वर्ग घन फीट पत्थर को तराशा जाना है। पत्थर तराशने में लगे कारीगर घर लौट गए हैं। अयोध्या प्रशासन ने फैसले की नजदीकी को देखते हुए 100 कंपनी फोर्स की डिमांड और की है। इससे पहले दीपोत्सव पर यहां 47 कंपनी फोर्स पहुंच गई थी, जो अभी भी यहां हैं।

16 हजार वॉलंटियर तैनात

अयोध्या में विहिप के प्रवक्ता शरद शर्मा ने बताया कि राम मंदिर के लिए पत्थर तराशने का काम रोक दिया गया। फैसले के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा। सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार के दुष्प्रचार या किसी भी सम्प्रदाय के खिलाफ भड़काऊ कंटेंट का प्रसार पर नजर रखने के लिए जिले के 1600 स्थानों पर 16 हजार वॉलंटियर तैनात किए हैं।

राशन एकत्र कर रहे लोग

3000 लोगों को पांबद भी किया गया है।अयोध्या के डीएम अनुज कुमार ने कहा कि फैसले के मद्देनजर विवादित भूमि के आसपास रहने वाले लोग राशन एकत्रित कर रहे हैं। हालांकि, उनको भरोसा दिलाया गया है कि सामान्य जीवन में कोई फर्क नहीं आएगा।

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