बालाकोट हमले जैसी चुस्ती से सरकार खोये पायलट और विमान को ढूंढे - भूपेंद्र सिंह हुड्डा

व्यूज़ 24 (भगत तेवतिया - पलवल, हरियाणा) :: पलवल में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिहं हुड्डा ने आज असम के जोरहाट से वायुसेना के विमान सहित लापता पायलेट आशीष तंवर के परिजनों से मुलाकात की और प्रदेश सरकार पर सोये रहने का आरोप लगाया। हुड्डा ने कहा कि चुनावों के समय जिस तरह से सरकार ने बालाकोट पर हमाला कर चुस्ती दिखाई थी इस मामले में वैसी कार्रवाई नहीं दिख रही है। यदि पायलेट इंडिया में हैं तो सरकार को उन्हे तुरंत खोजना चाहिये और यदि वो चीन में हैं तो उन्हे चीन से बात कर वापिस लाना चाहिये। इस मौके पर हुड्डा के साथ पलवल से कांग्रेस विधायक करण सिंह दलाल भी मौजूद रहे।

पूर्व सीएम भूपेंद्र सिहं हुड्डा ने असम के जोरहाट वायुसेना के विमान सहित लापता पायलेट आशीष के परिजनों से पलवल में उनके घर पर मुलाकात की और सरकार की कार्यशैली को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इस मामले में सरकार का रवैया बहुत ढीला है। सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिये था जैसा कि चुनावों के समय सरकार ने बालाकोट पर हमला कर चुश्ती दिखाई। उन्होने कहा कि सरकार गंभीर नहीं है। जिसकी निंदा करते है। वो हमारे देश के 13 जवान हैं सरकार को इस बारे में संज्ञान लेना चाहिए कि वायुसेना का विमान कहां गया। यदि विमान चीन की सीमा में प्रवेश किया है तो सरकार उस तरफ भी ध्यान दें चीन पर मामलो को लेकर बात करनी चाहिये थी। विमान के लापता होने पर जवानों के परिजन दुखी व परेशान हैं। वायुसेना की तरफ से भी कोई आश्वासन नहीं दिया गया है जो प्रयास हो रहा है उन्हे बताया जाये। सरकार को इस पूरे प्रकरण पर बुलेटन जारी करना चाहिए। सरकार इस मामले में भी तेजी से कार्य करें और स्थिति स्पष्ट करें। कि आखिरकार विमान व उसमें सवार जवान कहां पर है वो समुंद्र में तो नहीं जाकर गिरे जैसे पहले हुआ था वहां कोई समुंद्र भी नहीं है। भूपेंद्र सिहं हुड्डा ने आशीष तंवर के परिजनों को आश्वासन देते हुए कहा कि इस मामले को लेकर रक्षा मंत्री से बात करेगें और राष्टपति को ज्ञापन देकर विमान को ढूढनें की कार्यवाही तेज करने की मांग करेगें। उन्होनेे कहा कि प्रदेश सरकार भी इतने बड़े मामले को लेकर गंभीर नहीं है प्रदेश सरकार बिलकुल सोई हुई है ऐसा लगता है कि प्रदेश सरकार बेखबर है प्रदेश सरकार की भी जिम्मेदारी बनती है कि इस केस की वो पैरवी करे और केंद्र पर दबाव डाले। सीएम और ना ही किसी मंत्री ने परिजनों का हाल-चाल जाना । उन्होने कहा कि जब वो प्रदेश के सीएम रहा करते थे तो जवानों के मामले में सीएम पीएम मनमोहन सिंह से बात करते थे। 9 ‌दिन बीत जाने के बावजूद भी जवानों का कोई अता -पता नहीं है। वहीं पायलेट आशीष के परिजनों ने भी सरकार की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि ये मामला किसी एक पायलेट का नहीं है 13 जवानों का मामला है। सरकार उन्हे खोजने में विफल है बड़ी -बड़ी बातें सिर्फ दिखावे की हैं इससे देश की नाकामी जाहिर होती है। अभिनंदन मामले को लेकर इससे जोडा जाये तो केंद्रीय कैबिनेट और सरकार को इस मामले में एक प्रतिशत भी सहानुभूति भी नहीं है प्रयास तो बड़ी दूर की बात है। सेना और एयरफोर्स ही इसमें प्रयास कर रहे हैं वो विमान बिलकुल चीन में जा सकता है वहां से सीधा रास्ता है उन्होने कहा कि मोदी है तो मुमकिन है फिर कैसे जवानों को खोजने में असफल है सरकार । मुमकिन है तो सरकार जवानों को भारत से खोजे और चीन में जवान हैं तो उन्हे वापिश लेकर आये।

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