नहीं रहे भजन सम्राट विनोद अग्रवाल, मथुरा में ली अंतिम सांस

- 11 नवम्बर को मथुरा में होनी थी भजन संध्या
- कृष्ण भक्तों और अग्रवाल को सुनने वालों में शौक की लहर
वैन (मथुरा ब्यूरो - खजान सिंह) :: मेरा आपकी कृपा से, सब काम हो रहा है; आजा-आजा रे कन्हाई तेरी याद आई... जैसे अनेकों कृष्ण भजनों से देश-विदेश में कृष्ण प्रेम बरसाने वाले भजन सम्राट विनोद अग्रवाल ने आज {6 नवम्बर (मंगलवार)} अमृतवेले 4 बजे दुनिया को अलविदा कह दिया। अग्रवाल ने महज 12 वर्ष की आयु में भजन गायन और हार्मोनियम बजाना सीखा। दुनिया भर में कृष्ण भक्ति रस बिखेरने वाले विनोद अग्रवाल देश-विदेश में लगभग 1500 से अधिक लाइव कार्यक्रम कर चुके थे। उनके कार्यक्रम आगे आने वाले सालों के भी पहले से निर्धारित होते थे। पहले से निर्धारित लगभग दो दर्जन से अधिक कार्यक्रम जो अब खामोश हो चुकी धुन पर कोई नया अध्याय लिखने की कोशिश करेंगे। अग्रवाल ने ब्रिटेन, इटली, सिंगापुर, स्विटजरलैंड, फ्रांस, कनाडा, जर्मनी, आयरलैंड, दुबई समेत कई देशों में कृष्ण भाव को फैलाया है।
उनके भजनों की खासियत ये थी कि वो भजन के दौरान उर्दू शायरी भी पढ़ते थे। उनका मानना था कि सूफी, संकीर्णता या कट्टरता नहीं है बल्कि विशालता है। ब‍िरला इंस्‍टीट्यूट ऑफ टेक्‍नोलॉजी से इंजीनियरिंग की ड‍िग्री हासिल करने वाले विनोद अग्रवाल University of Pittsburgh से साइंस में मास्‍टर्स थे।
बता दें कि विनोद अग्रवाल के लीवर में इंफेक्शन की शिकायत होने के बाद उन्हें बीते रविवार की शाम मथुरा के नयति मेडीसिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके परिवार के सदस्य भी मुंबई से मथुरा पहुंच गए हैं। नयति मेडिसिटी की डायरेक्टर ने बताया कि वो दो दिन से वेंटिलेटर पर थे। उनके लगभग सभी अंग पूरी तरह से काम नहीं कर पा रहे थे। हालत लागातार नाजुक होती जा रही थी।
विनोद अग्रवाल ने यहां वृन्दावन के पुष्पांजलि बैकुंठ अपार्टमेंट में अपना आवास बना रखा है।
आपको बता दें कि विनोद अग्रवाल का जन्म 6 जून 1955 को दिल्ली में हुआ था। उनके पिता स्वर्गीय किशननंद अग्रवाल और मां स्वर्गीय रत्नदेवी अग्रवाल को भगवान कृष्ण और राधा पर अटूट विश्वास था। 1962 में माता-पिता और भाई-बहनों के साथ वो दिल्ली से मुंबई चले गए। 20 साल की उम्र में विनोद अग्रवाल की शादी कुसुमलता अग्रवाल से हो गई थी। उनके दो बच्चे जतिन ओर शिखा हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। उनका बेटा जतिन मुंबई में कपड़ों का कारोबार देखता है।

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