जीआरपी के ऑपरेशन मुस्कान से अभिभावकों के चेहरे पर आई मुस्कान

- टीम के अथक प्रयास से 20 दिन में 100 बच्चों को परिजनों से मिलाया

उत्तर प्रदेश (सुनील अरोड़ा - आगरा) :: आगरा ओर झांसी जीआरपी द्वारा चलाये गए ऑपरेशन मुस्कान के तहत गुम हुए बच्चों को ढूंढकर उनके अभिभावकों/परिजनों तक पहुचाने का एक प्रयास शुरू किया गया था। जिसमे 20 दिन के अथक प्रयास ओर मेहनत के बाद जीआरपी ने अपने बच्चों को खोने वाले दर्जनों परिजनों के चेहरे पर खुशियां बिखेर दी।

जीआरपी द्वारा पिछले 20 दिनों में 100 से अधिक लापता बच्चों का पता लगा चुकी है और उनके परिजनों को सौंपा भी जा रहा है। जीआरपी लाइन में इस मुस्कान ऑपरेशन के माध्यम से खोजे गए बच्चों को उनके परिजनों को सौंपा गया। अपने बच्चों को पाकर अभिभावकों की आंखों से खुशी के आंसू निकलने लगे। अभिभावकों ने जीआरपी को इसके लिए धन्यवाद दिया।

एसपी जीआरपी मोहम्मद मुश्ताक का कहना था कि देश भर से बच्चों के गुम होने की खबरें सामने आती रहती हैं।घर से बिन बताए चले जाना या फिर बाजार में माता-पिता से बिछड़ जाना और गुम हो जाना, अक्सर इस तरह की शिकायत पुलिस में दर्ज की जाती रही है, लेकिन ये शिकायत रजिस्टर्ड होकर ही ना रहे जाएं इसको लेकर जीआरपी ने एडीजी रेलवे के निर्देश पर आगरा ओर झांसी रीजन में ऑपरेशन मुस्कान की शुरुआत की है। इस ऑपरेशन के माध्यम से गुम हुए बच्चों को ढूंढ कर उनके परिजनों को सौंपने का कार्य किया जा रहा है।

एसपी रेलवे मोहम्मद मुश्ताक ने बताया कि आगरा रीजन के विभिन्न जनपदों में 2018, 19, 20 में 231 जीआरपी थानों में बच्चों की गुमशुदगी दर्ज थी। जिसकी एक एल्बम बना कर गुम हुए बच्चों को ढूंढने के लिए चार टीमों का गठन किया गया था। जीआरपी द्वारा गठित टीमों ने फिलहाल 100 बच्चों को ढूंढ निकाला है और 22 बच्चों को उनके परिजनों को सौंपा जा चुका है। कुछ ऐसे भी मामले सामने आए हैं जिनमें बच्चे किसी बात को लेकर अपना घर छोड़ कर चले गए थे लेकिन वह घर पता होने पर वापस लौट आए।

एसपी रेलवे मोहम्मद मुश्ताक ने बताया कि जीआरपी में दर्ज गुमशुदगी के मामलों में देशभर के जिलों में कार्रवाई की जा रही है। वहां की पुलिस के साथ-साथ सामाजिक संगठनों से गुमशुदा बच्चों को ढूंढने के लिए मदद ली जा रही है, जिनमें सफलता भी हाथ लगी है। कई चरणों मे अभियान चलाया जाएगा। इस समय जीआरपी टीम मुम्बई, कोलकाता, चेन्नई, इंदौर, गुजरात आदि शहरों में गुमशुदा बच्चों को ढूंढने में लगी हुई हैं। एएसपी रेलवे ने बताया कि इस विशेष अभियान जारी है इस अभियान से जुड़े प्रत्येक सदस्य को 26 जनवरी को प्रशस्ति पत्र, नगद पुरस्कार दिया जाएगा।

Responses

Leave your comment