राजकीय सम्मान के साथ दी गयी शहीद एसआई प्रशांत को अंतिम विदाई

- बुधवार को विवाद सुलझाने गए दरोगा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी

- हत्यारोपी विश्वनाथ पर 50 हजार का इनाम घोषित

उत्तर प्रदेश (सुनील अरोड़ा - आगरा) :: सादाबाद बॉर्डर के खंदौली थाना क्षेत्र के नहर्रा गांव में बुधवार शाम दो भाइयों में आलू के बंटवारे को लेकर हुए विवाद को सुलझाने गए दरोगा की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी।

गुरुवार सुबह शहीद दरोगा प्रशांत यादव का पार्थिव शरीर पुलिस लाइन लाया गया। पुलिस लाइन में शहीद दरोगा की राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गयी।

शहीद दरोगा को अंतिम विदाई देने के लिए एडीजी राजीव कृष्ण, एडीजी/आईजी के सतीश गणेश, एस एस पी बबलू कुमार, एसपीसिटी, सहित पुलिस के तमाम अधिकारी, एसआई, सिपाही मौजूद रहे।

इस दौरान राज्यमंत्री जी एस धर्मेश और एत्मादपुर से विधायक राम प्रताप सिंह चौहान भी शहीद दरोगा को श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे। पुलिस लाइन में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई देने के बाद शहीद दरोगा प्रशांत यादव का पार्थिव शरीर उनके पैतृक स्थल बुलंदशहर ले जाया गया। पैतृक स्थल ले जाने के दौरान जैसे ही पार्थिव शरीर संग काफिला खंदौली थाना क्षेत्र ( जहां दरोगा प्रशांत यादव तैनात थे) पहुंचा तो क्षेत्रीय जनता ने नम आंखों के साथ फूलों की वर्षा कर शहीद दरोगा को अंतिम विदाई दी।

हत्यारोपी विश्वनाथ पर 50000 का इनाम घोषित

खंदौली थाना क्षेत्र में बुधवार शाम को थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर प्रशांत यादव को गोली मारने वाले आरोपी विश्वनाथ पर आईजी ए सतीश गणेश ने 50 हज़ार का इनाम घोषित किया है। आई जी ए सतीश गणेश ने साफ किया कि विभाग के किसी भी व्यक्ति के साथ इस तरह की नाइंसाफी बर्दाश्त नहीं की जाएगी और साथ ही शहीद दरोगा प्रशांत यादव के हत्यारों को जेल के पीछे पहुंचाना उनका पहला लक्ष्य होगा।

सीएम योगी ने शहीद प्रशांत को श्रद्धांजलि अर्पित की, परिवार को 50 लाख दिए

आगरा के खंदौली थाना क्षेत्र में अपने फर्ज को निभाते हुए शहादत प्राप्त करने वाले दरोगा प्रशांत यादव को सीएम योगी आदित्यनाथ ने भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने शहीद दरोगा के परिवार को सांत्वना देते हुए 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की।

दरोगा के हत्यारोपी को गिरफ्तारी को लगाई टीमें

उसकी गिरफ्तारी को पुलिस की कई टीमें ताबड़तोड़ दबिश दे रही हैं। वहीं दूसरे दिन भी गांव में सन्‍नाटा पसरा हुआ है। गांव में मीडिया कर पहुँचने पर कोई बात नही कर रहा था। आरोपितों और उनके रिश्‍तेदारों के घरों पर ताले पड़े हुए हैं। घर के बाहर चूल्हे में अधजली लकड़ी पड़ी थी ओर कमरों में पंखे चल रहे थे, जानवर भूखे थे।

ये है मामला

नहर्रा गांव में विजय सिंह पहलवान के बेटे शिवनाथ और विश्वनाथ में आलू में बंटवारे को लेकर बुधवार को विवाद हुआ था। शाम को शिवनाथ के सूचना देने पर हल्का इंचार्ज दारोगा प्रशांत कुमार यादव और सिपाही चंद्रसेन मौके पर पहुंचे थे। वहां लोगों को धमका रहे आरोपित विश्वनाथ तमंचा लेकर भाई और मजदूरों को धमका रहा था। उसे पकड़ने की कोशिश करने पर उसने दारोगा को गोली मार दी। गोली गर्दन में लगने से दारोगा की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि सिपाही चंद्रसेन ने भागकर किसी तरह जान बचाई। सूचना पर कई वरिष्ठ अधिकारियों सहित कई थानों के फ़ोर्स पहुँच गए। पुलिस की टीमों ने रातभर आगरा, हाथरस, मथुरा, अलीगढ़ में दबिश दीं। आरोपित के करीबी कई लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। उसके बड़े भाई को भी पूछताछ के लिए पकड़ा है। मगर, आरोपित का सुराग नहीं मिला।

आइजी रेंज ए सतीश गणेश ने आरोपित विश्वनाथ पर 50 हजार रुपये के इनाम की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि आरोपित की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। उसके करीबियों पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है।

Responses

Leave your comment